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ED Full Form क्या होता है। / ED फुल फॉर्म हिंदी में क्या है ?
ED Full Form |
Directorate of Enforcement |
ED Ka Full Form क्या होता है। शायद आपको मालूम होगा कि ED का Full Form – Directorate of Enforcement और Directorate General of Economic Enforcement होता है। जिसको हिंदी में हम प्रवर्तन निदेशालय कहते है। प्रवर्तन निदेशालय, और आर्थिक खुफिया एजेंसी एक कानून प्रवर्तन एजेंसी है जो भारत में आर्थिक कानूनों को लागू करने और आर्थिक अपराध से लड़ने के लिए होता है।
When was ED Full Form Established: ईडी की स्थापना कब हुई थी?
Directorate of Enforcement की स्थापना 1 May 1956 को हुई थी। यह एक केंद्र का उपक्रम है, जो की Department of Revenue and Ministry of Finance के अंतर्गत है। वैसे इसका मुख्यालय दिल्ली में है। ED के अधिकारी में भारतीय राजस्व सेवा, भारतीय पुलिस सेवा और भारतीय प्रशासनिक सेवा के साथ साथ पदोनत्ति से भी बनाया जाता है। ED के लिए सहायक प्रवर्तन अधिकारी की भर्ती भी की जाती है,
ED Ka Full Form – Directorate of Enforcement
विनिमय नियंत्रण कानूनों के उल्लंघन से निपटने के लिए विदेशी मुद्रा विनियमन अधिनियम, 1947 को आर्थिक मामलों के विभाग में एक प्रवर्तन इकाई का गठन किया गया था।
What is the purpose of ED full form: ईडी फुल फॉर्म का उद्देश्य क्या है?
➤ विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम 1999:-
ED द्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 के तहत कुछ प्रावधानों को लागू करना इनका जिम्मेदारी है। विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम 1999 के उल्लंघनों से संबंधित सभी सूचना को एकत्र करना, और साथ में उसे विकसित करना और प्रसारित करने के लिए, केंद्रीय और राज्य खुफिया एजेंसियों, से खुफिया जानकारी भी प्राप्त होती है। जैसे-जिसमे कि हवाला, विदेशी मुद्रा, रैकेटियरिंग, निर्यात आय की गैर-वसूली, विदेशी मुद्रा की गैर-प्रत्यावर्तन इत्यादि है . विदेशी मुद्रा संरक्षण और तस्करी गतिविधियों की रोकथाम करना है .
➤ धन शोधन निवारण अधिनियम 2002:-
ED द्वारा धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 के अनुसार अपराधिक कानूनों की तरह जांच के दौरान जो भी व्यंक्ति या अन्य ने जो भी गैर क़ानूनी संपत्ति जमा की गई है, अगर वह अधिसूचित कानूनों की धाराओं में दण्डित अपराधों के रूप में अर्जित की गयी है और उसका शोधन किया जा चुका है, तब ऐसी सम्पत्ति को अंत में जब्त किया जा सकता है, और उस पर उचित अपराधिक न्यायिक प्रक्रिया पूरा होने पर ऐसी संपत्ति को जब्त भी किया जाता है।