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PCS Full Form |
Provincial Civil Services |
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PCS का फूल फॉर्म Provincial Civil Services होता है। PCS को हिंदी में प्रांतीय सिविल सेवा कहते है। PCS भारत में सभी राज्यों के द्वारा अलग अलग सिविल सेवा में अधिकारियों की नियुक्ति के लिए PCS का Exam कराया जाता है। PCS Exam के द्वारा ही सभी राज्य अपने यहाँ सिविल सेवा में अधिकारियों की नियुक्ति करता है। जो भी विद्यार्थी Civil Services की नौकरी करना चाहते है, वो PCS का Exam दे सकते है। PCS यानि प्रांतीय सिविल सेवा में अधिकारी बनाने के लिए राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा संचालित Exam पास करना होगा।
What is PCS Full Form in Hindi? पीसीएस क्या होता है?
प्रत्येक राज्य अपने यहाँ पर Group A की भर्ती के लिए PCS की Exam राज्य सिविल सेवा चयन आयोग द्वारा कराती है। राज्य में विभिन्न स्तर के प्रशासनिक अधिकारी के पदों पर भर्ती की प्रक्रिया पूरी करती है। राज्य में कानून व्यवस्था को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए जिला स्तर पर, तहसील स्तर पर और मंडल स्तर पर राजस्व से सम्बंधित एवं कानून व्यवस्था को पालन करवाने के लिए पीसीएस अधिकारी की नियुक्ति करती है।
PCS ka Full Form – Provincial Civil Services
PCS Exam का सभी राज्यों में अलग अलग नाम बदल कर होता है। जैसे उत्तर प्रदेश के लिए परीक्षा को UPSC Exam बोलते है। अगर राजस्थान की PCS Exam है तो RPSC Exam बोलते है। अगर बिहार की PCS Exam है तो BPSC Exam बोलते है।
PCS की परीक्षा सिर्फ अपने राज्य के ही विद्यार्थी दे सकते है। दूसरे प्रदेश के विद्यार्थी के लिए अलग से कुछ आरक्षित सीट की सुबिधा होती है। सभी राज्य में दूसरे राज्य के लिए अलग से सीट होता है। उस प्रक्रिया को फॉलो करते हुए आप दूसरे राज्य के लिए Apply कर सकते है। बाकि सारे परीक्षा की प्रक्रिया बराबर है।
Profile of PCS Officer . PCS – प्रशासनिक अधिकारियों की प्रोफाइल:-
PCS Exam के द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति केवल उसी राज्य में राज्य के जिला में या तहसील में होता है। प्रशासनिक अधिकारियों का ट्रान्सफर भी सिर्फ अपने राज्य में ही होता है। किसी दूसरे राज्य में नहीं होता है। चाहे अभ्यर्थी किसी राज्य का हो।
प्रशासनिक अधिकारियों का मुख्य उद्देश्य होता है की वो जिस पोस्ट पर नियुक्ति हुई है उस पोस्ट के सारे कामो को सुचारु रूप से करे। सरकार की जो भी योजना आती है उसे अपने देख रेख में लागु करवाना एवं उसका लाभ प्रत्येक नागरिक तक पहुंचना होता है। एवं प्रशासनिक कार्य को चेस्ट दुरुस्त रखना भी होता है।
राज्य सरकार के द्वारा PCS अधिकारी को काम करना होता है। एवं राज्य सरकार के द्वारा अधिकारी को रहने के लिए आवास की सुबिधा, वाहन की सुबिधा, और सहायक की भी सुबिधा दी जाती है।
Administrative post of PCS । PCS की प्रशासनिक पद निम्न है:-
➧ DSP – Deputy superintendent of police
➧ ARTO – Assistant Regional Transport Officer
➧ BDO – Block Development Officer
➧ DMO – District Minority Officer
➧ DFMO – District Food Marketing Officer
➧ AC – Assistant Commissioner
➧ BTO – Business Tax Officer
➧ SDM – Sub Divisional Magistrate
➧ PPS – Provincial Police Service
➧ PFS – Provincial Forest Service
Educational Qualification for PCS Exam । PCS परीक्षा के लिए शैक्षिक योग्यता:-
➤ PCS परीक्षा के लिए विद्यार्थी को किसी भी विश्वविद्यालय से स्नातक पास होना जरुरी है।
➤ PCS परीक्षा के लिए विद्यार्थी को भारत के नागरिक होना जरुरी है।
➤ PCS परीक्षा में किसी स्पेशल पोस्ट के लिए विद्यार्थी को उसमें डिग्री होना आवश्यक है। जैसे कृषि के क्षेत्र में नौकरी के लिए कृषि के क्षेत्र में स्नातक होना चाहिए।
➤ PCS परीक्षा में Sub Registrar, Assistant Prosecuting officer के लिए विद्यार्थी को Law की डिग्री होना जरुरी है।
➤ PCS परीक्षा में Auditor Officer बनाने के लिए Commerce साइट की डिग्री होना जरुरी है।
Age Limit for PCS Exam। PCS Exam के लिए आयु सीमा:-
PCS Exam देने के लिए सभी वर्ग के अभ्यर्थी को अलग अलग उम्र में छूट प्रदान की गई है।
➤ सामान्य वर्ग के विद्यार्थी के लिए 21 वर्ष से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
➤ अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए 3 साल की छूट दी जाती है।
➤ SC और ST वर्ग के विद्यार्थियों के लिए 5 साल की छूट दी जाती है।
➤ दिव्यांग वाले विद्यार्थियों को 15 साल की छूट दी जाती है।
➤ सरकारी कर्मचारी एवं खिलाड़ियों के लिए 5 साल की छूट दी जाती है।
पीसीएस परीक्षा की रुपरेखा। PCS Exam Pattern:-
PCS परीक्षा तीन चरणों में होता है।
➧ प्रारंभिक परीक्षा – Preliminary Examination
➧ मुख्य परीक्षा – Mains Examination
➧ साक्षात्कार – Interview
➤ प्रारंभिक परीक्षा – Preliminary Examination:-
PCS की प्रारंभिक परीक्षा में दो प्रश्न पत्र होते है। पहला प्रश्न पत्र में 150 प्रश्न होते है।
जिसमे सामान्य ज्ञान से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते है। और दूसरे प्रश्न पत्र में 100 प्रश्न होते है।जिसमे Civil Service Aptitude Test से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते है। दो घंटे का समय होता है। दोनों प्रश्न पत्र 400 Marks के होता है।
➤ मुख्य परीक्षा – Mains Examination:-
PCS की मुख्य परीक्षा में कुल 8 प्रश्न पत्र होते है। जिसमे 4 प्रश्न पत्र अनिवार्य विषय के होता है। और 4 प्रश्न पत्र वैकल्पिक विषय के होता है। मुख्य परीक्षा देने का समय 3 घण्टे का होता है। और सभी प्रश्न पत्र 1500 Marks के होते है।
➤ साक्षात्कार – Interview:-
PCS की दोनों परीक्षा प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा पास करने के बाद अभ्यार्थी को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। साक्षात्कार भी 200 का होता है।
What is Provincial Civil Services Examination( PCS Full Form)? प्रांतीय सिविल सेवा परीक्षा क्या है?
सिविल सेवा में पदों के लिए उम्मीदवारों की योग्यता का हिसाब करने के लिए एक प्रांतीय सिविल सेवा परीक्षा राज्य
सरकार द्वारा प्रशासित एक परीक्षा होती है।
ये परीक्षाएं कानून, लोक प्रशासन, अर्थशास्त्र और सामान्य ज्ञान सहित विषयों की एक श्रृंखला को कवर करती हैं और यह निर्धारित करती हैं कि कौन से उम्मीदवार विभिन्न सरकारी भूमिकाओं के लिए सबसे अधिक योग्य हैं। परीक्षा का प्रारूप अलग-अलग हो सकता है लेकिन उनमें बहुविकल्पीय प्रश्न, निबंध प्रश्न या दोनों का संयोजन शामिल होते है।
What Are The 3 Types of Civil Services? सिविल सेवाओं के 3 प्रकार क्या हैं?
भारत सहित अधिकांश देशों में तीन मुख्य प्रकार की सिविल सेवाएँ हैं:-
• Technical Civil Services: तकनीकी सिविल सेवाएं:
ये सेवाएं इंजीनियरिंग, चिकित्सा और कृषि जैसे क्षेत्रों में सरकार को विशेष तकनीकी विशेषज्ञता प्रदान करने के लिए जिम्मेदार हैं। उदाहरणों में भारतीय इंजीनियरिंग सेवा (IES), भारतीय चिकित्सा सेवा (IMS) और भारतीय वन सेवा (IFS) शामिल हैं।
• Administrative Civil Services: प्रशासनिक सिविल सेवाएं:
ये सेवाएं सरकारी नीतियों, कार्यक्रमों और सेवाओं के प्रबंधन और प्रशासन के लिए जिम्मेदार होती हैं।भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और भारतीय विदेश सेवा (IFS) शामिल हैं।
• Judicial Civil Services: न्यायिक सिविल सेवाएं:
ये सेवाएं न्याय के प्रशासन और कानूनों की व्याख्या के लिए जिम्मेदार हैं। उदाहरणों में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और भारतीय विदेश सेवा (IFS) शामिल हैं।सिविल सेवाओं का वर्गीकरण एक देश से दूसरे देश में भिन्न होता है।
KUSUM YOJANA | PM SVANIDHI YOJANA | AYUSHMAN YOJANA |
SKU Full Form | TOI Full Form | XMPP Full Form |
Which Posts Come Under PCS ? पीसीएस के अंतर्गत कौन-कौन से पद आते हैं?
पीसीएस (PCS Full Form) एक प्रांतीय सिविल सेवा है जो भारत जैसे देश में एक प्रांत या राज्य सरकार के भीतर सिविल सेवा पदों का एक समूह है। PCS के अंतर्गत आने वाले ऊंचे पद प्रांत या राज्य के आधार पर भिन्न होते हैं लेकिन उनमें प्रशासन, प्रबंधन और नीति-निर्माण के पद शामिल होते हैं।
Some Examples Of Positions That Come Under PCS Include: पीसीएस के अंतर्गत आने वाले पदों के कुछ उदाहरणों में शामिल हैं:-
• District Magistrate/Collector – जिलाधिकारी/कलेक्टर
• Additional District Magistrate / Additional Collector – अपर जिलाधिकारी/अपर समाहर्ता
• Deputy Collector – उप समाहर्ता
• Sub-Divisional Magistrate/Sub-Divisional Officer – सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट/सब-डिविजनल ऑफिसर
• Tehsildar/Naib Tehsildar – तहसीलदार/नायब तहसीलदार
• Block Development Officer – खंड विकास अधिकारी
• Assistant Registrar – सहायक कुलसचिव
• District Supply Officer – जिला रसद अधिकारी
• District Welfare Officer – जिला कल्याण अधिकारी
• District Probation Officer – जिला प्रोबेशन अधिकारी
• Assistant Excise and Taxation Officer – सहायक आबकारी एवं कराधान अधिकारी
यह सूची पूर्ण नहीं है और अन्य पद भी राज्य और जिले के आधार पर PCS के अंतर्गत आ सकते हैं।
What is PCS Exam age limit? पीसीएस परीक्षा आयु सीमा क्या है?
भारत में PCS (PCS Full Form) परीक्षा के लिए आयु सीमा और उम्मीदवार की श्रेणी के आधार पर अलग होती है। पीसीएस परीक्षा के लिए आयु सीमा 21 से 40 वर्ष के बीच होती है। कुछ राज्यों में कम आयु सीमा 21 वर्ष और ऊपरी आयु सीमा 35 या 37 वर्ष हो सकती है। जबकि अन्य राज्यों में कम आयु सीमा 21 वर्ष और ऊपरी आयु सीमा 40 वर्ष हो सकती है।
कुछ राज्य उम्मीदवारों की कुछ श्रेणियों जैसे अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और शारीरिक रूप से विकलांग उम्मीदवारों के लिए आयु में छूट प्रदान कर सकते हैं।
PCS परीक्षा के लिए आयु सीमा एक राज्य से दूसरे राज्य में बिलकुल भिन्न हो सकती है और जिस विशिष्ट राज्य में आप रुचि रखते हैं, उसके लिए पात्रता मानदंड की जांच करना हमेशा अच्छा होता है।
Is PCS Exam Tough? क्या पीसीएस परीक्षा कठिन है?
PCS (PCS Full Form) प्रांतीय सिविल सेवा परीक्षा को एक कठिन परीक्षा माना जाता है क्योंकि यह एक अत्यधिक प्रतिस्पर्धी परीक्षा होती है और इसकी तैयारी के लिए काफी समय और प्रयास की आवश्यकता होती है। परीक्षा में कानून, लोक प्रशासन, अर्थशास्त्र और सामान्य ज्ञान सहित कई विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला होती है और इसमें एक साक्षात्कार भी शामिल होता है।
परीक्षा का कठिनाई स्तर परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों की संख्या, प्रतियोगिता के स्तर और परीक्षा की कठिनाई के स्तर पर निर्भर करता है। विशाल पाठ्यक्रम और प्रतिस्पर्धा के स्तर के कारण परीक्षा को पास करना कुछ चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
PCS परीक्षा को पास करने के लिए विषय वस्तु पर अच्छी पकड़ होती है। करंट अफेयर्स से अच्छी तरह जानना आवश्यक होना चाहिए और राज्य और केंद्र सरकार के कामकाज की अच्छी समझ भी होनी चाहिए।उम्मीदवारों को साक्षात्कार के दौर के लिए अच्छी तरह से तैयार होना चाहिए। क्योंकि यह निर्धारित करने में महत्वपूर्ण है कि उन्हें पद के लिए चुना गया है या नहीं।
PCS परीक्षा को कठिन माना जा सकता है। लेकिन उचित तैयारी और कड़ी मेहनत के साथ इसे पास करना निश्चित
रूप से संभव है।
Why is PCS Better Than IAS? पीसीएस आईएएस से बेहतर क्यों है?
भारतीय प्रशासनिक सेवा और प्रांतीय सिविल सेवा (PCS Full Form) दोनों ही भारत में अत्यधिक प्रतिस्पर्धी और प्रतिष्ठित सिविल सेवा पद होते हैं और दोनों के बीच चुनाव किसी व्यक्ति की व्यक्तिगत प्राथमिकताओं और कैरियर के लक्ष्यों पर निर्भर करता है।
कुछ लोग निम्नलिखित कारणों से IAS की तुलना में PCS को प्राथमिकता दे सकते हैं:-
• More Regional Focus: अधिक क्षेत्रीय फोकस:
पीसीएस अधिकारी एक विशिष्ट राज्य या प्रांत के भीतर काम करते हैं और स्थानीय मुद्दों और संस्कृति की बेहतर समझ रखते हैं। जबकि आईएएस अधिकारियों को देश में कहीं भी तैनात किया जा सकता है।
• More Autonomy: अधिक स्वायत्तता:
आईएएस अधिकारियों की तुलना में पीसीएस अधिकारियों को अपने काम और निर्णय लेने में अधिक स्वायत्तता हो सकती है। जिन्हें अपने वरिष्ठों के निर्देशों का पालन करना पड़ सकता है।
• Better Work-Life Balance: बेहतर कार्य-जीवन संतुलन:
आईएएस अधिकारियों की तुलना में पीसीएस अधिकारियों का कार्यभार कम हो सकता है। जिससे बेहतर कार्य-जीवन संतुलन की अनुमति मिलती है।
• Fast Progress: तेज उन्नति:
PCS अधिकारियों के पास IAS अधिकारियों की तुलना में अधिक तेजी से राज्य सरकार के भीतर वरिष्ठ पदों पर आगे बढ़ने का अवसर होता है जिन्हें उच्च पदों के लिए उम्मीदवारों के एक बड़े पूल के साथ प्रतिस्पर्धा करनी होती है।
आईएएस या पीसीएस की योग्यता व्यक्ति के नजरिए और प्राथमिकताओं पर निर्भर करती है। दोनों सेवाओं की अपनी जिम्मेदारियाँ होती हैं और दोनों ही सार्वजनिक सेवा के लिए एक महान अवसर प्रदान करती हैं। उम्मीदवार के लिए सबसे अच्छा विकल्प उनके व्यक्तिगत लक्ष्यों और रुचियों पर निर्भर करता है।
What is The Difference Between IAS and PCS? आईएएस और पीसीएस में क्या अंतर होता है?
भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS Full Form) और प्रांतीय सिविल सेवा (PCS Full Form) दोनों ही भारत में अत्यधिक प्रतिस्पर्धी और प्रतिष्ठित सिविल सेवा पद होते हैं। लेकिन उनमें कुछ प्रमुख अंतर हैं:-
• Jurisdiction: क्षेत्राधिकार:
IAS अधिकारियों को अखिल भारतीय स्तर पर नियुक्त किया जाता है और उन्हें देश में कहीं भी तैनात किया जा सकता है जबकि PCS अधिकारियों को राज्य स्तर पर नियुक्त किया जाता है और एक विशिष्ट राज्य या प्रांत के भीतर
काम करते हैं।
• Autonomy: स्वायत्तता:
पीसीएस अधिकारियों की तुलना में आईएएस अधिकारियों को अपने काम और निर्णय लेने में कम स्वायत्तता हो सकती है क्योंकि उन्हें अपने वरिष्ठों के निर्देशों का पालन करना पड़ सकता है।
• Career Progression: करियर में प्रगति:
IAS अधिकारियों के पास सरकार के भीतर उच्च पदों पर आसीन होने का अवसर होता है। मुख्य सचिव, कैबिनेट सचिव, और यहां तक कि भारत सरकार के सचिव भी बन सकते हैं, जबकि PCS अधिकारियों के पास राज्य सरकार के भीतर वरिष्ठ पदों पर आगे बढ़ने का अवसर हो सकता है।
• Hiring Process: भर्ती प्रक्रिया:
IAS अधिकारियों की नियुक्ति संघ Public Service Commission (UPSC) Civil
Services Examination (CSE) के माध्यम से किया जाता है। जो राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जाती है जबकि PCS अधिकारियों का चयन राज्य लोक सेवा आयोग (SPSC) परीक्षा के माध्यम से राज्य स्तर पर आयोजित की जाती है।
• Nature of Work: कार्य की प्रकृति:
आईएएस अधिकारी आम तौर पर राजस्व, पुलिस और सार्वजनिक कार्यों जैसे सामान्य प्रशासन के क्षेत्रों में काम करते हैं, जबकि पीसीएस अधिकारी कराधान, भूमि अधिग्रहण और खाद्य आपूर्ति जैसे क्षेत्रों में विशेषज्ञ हो सकते हैं।
आईएएस और पीसीएस की जिम्मेदारियों और करियर पथ में अंतर एक राज्य से दूसरे राज्य में भिन्न हो सकता है।
AGNEEPATH YOJANA | UP LAPTOP YOJANA | LADLI LAKSHMI YOJANA |
RADAR Full Form | SLA Full Form | TPA Full Form |
What is the Purpose of the Provincial Examination? प्रांतीय परीक्षा का उद्देश्य क्या है?
सिविल सेवा परीक्षा का उद्देश्य एक प्रांत या राज्य सरकार के भीतर सिविल सेवा में पदों के लिए उम्मीदवारों की योग्यता करना है। परीक्षा का उपयोग सरकार के भीतर विभिन्न भूमिकाओं के लिए सबसे योग्य उम्मीदवारों की पहचान और चयन करने के लिए किया जाता है और यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है।सिविल सेवा में ऐसे व्यक्ति हों जिनके पास अपने कर्तव्यों को प्रभावी ढंग से पूरा करने के लिए आवश्यक ज्ञान, कौशल और क्षमताएं हों।
परीक्षा में कानून, लोक प्रशासन, अर्थशास्त्र और सामान्य ज्ञान सहित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल होती है।इसका उपयोग यह निर्धारित करने के लिए किया जाता है कि कौन से उम्मीदवार विभिन्न सरकारी भूमिकाओं के लिए सबसे अधिक योग्य हैं। परीक्षा का प्रारूप अलग-अलग हो सकता है लेकिन उनमें बहुविकल्पीय प्रश्न, निबंध प्रश्न या दोनों का संयोजन शामिल हो सकता है।
परीक्षा का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना होता है कि सिविल सेवा में ऐसे व्यक्ति हों जिनके पास अपने कर्तव्यों को प्रभावी ढंग से पूरा करने के लिए आवश्यक ज्ञान, कौशल और क्षमताएं हों और जो सरकार के कुशल कामकाज में मदद कर सकें।
सिविल सेवा परीक्षाओं का उद्देश्य भी एक देश से दूसरे देश में भिन्न हो सकता है
Which is the Highest Post in Civil Service? सिविल सेवा में सबसे ऊंचा पद कौन सा है?
सिविल सेवा में सर्वोच्च पद कैबिनेट सचिव का होता है। कैबिनेट सचिव भारत सरकार में सर्वोच्च कार्यकारी अधिकारी और वरिष्ठतम सिविल सेवक होता है।
वह सिविल सेवा बोर्ड, कैबिनेट सचिवालय, भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) और सरकार के व्यापार के नियमों के तहत सभी सिविल सेवाये प्रमुख हैं। वह भारतीय विदेश सेवा (IFS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के प्रशासनिक प्रमुख भी हैं। कैबिनेट सचिव की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा प्रधान मंत्री की सिफारिश पर की जाती है।
अन्य देशों में सिविल सेवाओं में उच्चतम पद देश के राजनीतिक और प्रशासनिक ढांचे के आधार पर सबसे अलग हो सकते हैं।
What is PET Exam Salary? PET परीक्षा वेतन क्या है?
PET शारीरिक दक्षता परीक्षण के लिए होता है। यह एक परीक्षा है जो भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) या भारतीय पुलिस सेवा (IPS) जैसे पदों के लिए उम्मीदवारों की शारीरिक फिटनेस की जांच करती है। यह परीक्षा पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया का एक हिस्सा है।
PET परीक्षा में कोई वेतन नहीं होता है क्योंकि यह एक पद ही नहीं बल्कि एक शारीरिक दक्षता परीक्षा है जो चयन प्रक्रिया का एक हिस्सा है। उम्मीदवार जिस पद के लिए आवेदन कर रहा है जैसे IAS or IPS उसके लिए वेतन और पद के ग्रेड के साथ-साथ उम्मीदवार के वर्षों के अनुभव और प्रदर्शन पर निर्भर करता है।
एक IAS अधिकारी का वेतन प्रवेश-स्तर (जूनियर टाइम स्केल का वेतनमान) पर लगभग 56,100 भारतीय रुपये से शुरू होता है और उच्चतम स्तर पर 2,25,000 (कैबिनेट सचिव का वेतनमान) तक होता है। स्तर IPS अधिकारी का वेतन भी IAS अधिकारियों के लगभग समान ही होता है।
Is PCS Above IAS? क्या पीसीएस आईएएस से ऊपर है?
भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS Full Form) को प्रांतीय सिविल सेवा (PCS Full Form) की तुलना में एक उच्च और अधिक प्रतिष्ठित पद माना जाता है। आईएएस एक केंद्रीय सेवा है जबकि PCS एक राज्य सेवा है। IAS अधिकारियों को अखिल भारतीय स्तर पर नियुक्त किया जाता है, और उन्हें देश में कहीं भी तैनात किया जा सकता है।
वह सामान्य प्रशासन के क्षेत्रों में काम करते हैं जैसे राजस्व, पुलिस और सार्वजनिक कार्य और उनके पास सरकार के भीतर उच्च पदों पर आसीन होने का अवसर होता है। जैसे मुख्य सचिव, कैबिनेट सचिव, और यहां तक कि भारत सरकार के सचिव भी बनते हैं।
PCS अधिकारी राज्य स्तर पर नियुक्त किये जाते हैं और एक विशिष्ट राज्य या प्रांत के भीतर काम करते हैं। वे भूमि अधिग्रहण और खाद्य आपूर्ति जैसे क्षेत्रों में विशिष्ट हो सकते हैं। IAS अधिकारियों की तुलना में उनके पास अपने काम और निर्णय लेने में अधिक स्वायत्तता हो सकती है लेकिन उनके पास सरकार के भीतर उच्च पदों पर बैठने का अवसर कम होता है।
IAS और PCS की सापेक्ष प्रतिष्ठा और जिम्मेदारी का स्तर एक राज्य से दूसरे राज्य में और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में बिलकुल भिन्न होता है जो उनकी रुचि और करियर के लक्ष्यों पर निर्भर करता है। दोनों सेवाओं की अपनी जिम्मेदारियाँ हैं और दोनों ही सार्वजनिक सेवा के लिए एक महान अवसर प्रदान करती हैं।
Can PCS Become DM? क्या पीसीएस डीएम बन सकते हैं?
Provincial Civil Service (PCS Full Form) अधिकारी के लिए जिला मजिस्ट्रेट (DM) बनना संभव होता है। जिसे जिला कलेक्टर भी कहा जाता है। एक डीएम एक जिले में सर्वोच्च प्रशासनिक और राजस्व अधिकारी होता है और जिले के समग्र प्रशासन और प्रबंधन के लिए जिम्मेदार होता है।
डीएम बनने की प्रक्रिया एक राज्य से दूसरे राज्य में बिलकुल अलग होती है लेकिन इसमें PCS परीक्षा उत्तीर्ण करना और फिर राज्य सरकार के भीतर विभिन्न भूमिकाओं में काम करना शामिल होता है। एक सहायक कलेक्टर या एक उप-विभागीय मजिस्ट्रेट। अनुभव प्राप्त करने और अपनी क्षमताओं को साबित करने के बाद पीसीएस अधिकारियों को डीएम के पद पर पदोन्नत किया जा सकता है।
DM बनने की प्रक्रिया राज्य और विशिष्ट जिले के आधार पर भिन्न हो सकती है। इसके अलावा जिलाधिकारी का पद भी आईएएस अधिकारियों द्वारा भरा जाता है। यह पीसीएस अधिकारियों तक ही सीमित नहीं है।
Should IPS Salute IAS? क्या IPS को IAS को सैल्यूट करना चाहिए?
भारतीय पुलिस सेवा (IPS Full Form) अधिकारी अखिल भारतीय सेवाओं का हिस्सा हैं। जिसमें भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) और भारतीय वन सेवा (IFS) भी शामिल हैं। अखिल भारतीय सेवा अधिनियम 1951 में इन सेवाओं के सदस्यों को संघ और राज्य सरकारों में सिविल सेवक माना जाता है।
भारतीय पुलिस सेवा नियम 1954 में IPS अधिकारियों को अपने से वरिष्ठ सभी अधिकारियों के प्रति सम्मान और शिष्टाचार दिखाना आवश्यक है चाहे वे भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) या किसी अन्य सेवा से संबंधित हों। इसमें वर्दी में वरिष्ठ अधिकारियों को सलामी देना। उन्हें उनके उचित रैंक से संबोधित करना और उनके वैध आदेशों का पालन करना शामिल होगा।
सलामी देने की आवश्यकता प्रोटोकॉल का एक हिस्सा है और यह कानूनी आवश्यकता नहीं है। वरिष्ठ अधिकारियों के प्रति सम्मान और शिष्टाचार को प्रणाम करके नहीं बल्कि संस्था के नियम-कायदों का पालन करके दिखाया जाना चाहिए। IPS अधिकारियों के पास वही शक्तियाँ और अधिकार होते हैं। जो उन जिलों में IAS अधिकारियों के पास होते हैं। जहाँ वे तैनात होते हैं।
Which Post is Bigger Than IAS? आईएएस से बड़ा कौन सा पद होता है?
भारत में, भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) को एक अत्यधिक प्रतिष्ठित और प्रतिष्ठित पद माना जाता है, और कुछ पद ऐसे हैं जिन्हें IAS से ऊपर माना जाता है। हालाँकि, कुछ पद जिन्हें IAS से ऊँचा माना जाता है:
Cabinet Secretary: कैबिनेट सचिव:
कैबिनेट सचिव भारत सरकार में सर्वोच्च कार्यकारी अधिकारी और वरिष्ठतम सिविल सेवक होते है। वह सिविल सेवा बोर्ड, कैबिनेट सचिवालय, भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS Full Form) और सरकार के व्यापार के नियमों के तहत सभी सिविल सेवाओं के पदेन प्रमुख हैं। वह भारतीय विदेश सेवा (IFS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के प्रशासनिक प्रमुख भी हैं।
Foreign Secretary: विदेश सचिव:
विदेश सचिव विदेश मंत्रालय में सर्वोच्च सिविल सेवक होता है। वह भारत की विदेश नीति के निर्माण और कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार है।
National Security Advisor: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार:
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार प्रधान मंत्री कार्यालय में एक वरिष्ठ अधिकारी और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा नीति पर भारत के प्रधान मंत्री के मुख्य सलाहकार हैं।