In this post we will know what is AC Full Form in Hindi. What does AC mean? How will we know about AC? Today in this post we will tell what is AC? What is the full form of AC? What is AC Full Form in Hindi?
What is AC Full Form
AC Full Form |
Alternating Current |
जैसा की मालूम होगा की AC का फुल फॉर्म Alternating Current होता है ! इसे हम हिंदी में प्रत्यावर्ती धारा कहते है।
What is Alternating Current : अल्टेरनेटिंग करंट (AC Full Form ) किसे कहते है?
जो विधुत की धारा के प्रवाह की मात्रा को समय के साथ बदलता रहता है उसे हम Alternating Current कहते हैं ! इसे निश्चित समय के बाद ही बदला जाता है !
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How is Alternating Current Generated:-अल्टेरनेटिंग करंट कैसे उत्पन्न होता हैं ?
वैसे तो बिजली के कई स्रोत्र होते हैं! लेकिन AC ऐसा स्रोत्र है जो बिजली में होने वाले प्रवाह को वर्णन करता है ! AC वोल्टेज का उत्पादन इलेक्ट्रोमैकेनिकल जनरेटर द्वारा किया जाता है ! एक अल्टरनेटर चुंबकीय क्षेत्र जिसके अंदर तार का एक लूप तेजी से घूमता रहता है।
वह तार एक विद्युत प्रवाह उत्पन्न करता है। जैसे -जैसे तार घूमता है वह समय-समय पर एक अलग चुंबकीय ध्रुवता में बदलता रहता है, यह करंट समय-समय पर अपनी दिशा को बदलता रहता है और एक AC सॉकेट में वोल्टेज को भी समय के साथ बदलता रहता है ! घर में चलने वाले कूलर, पंखा ,फ्रिज ,प्रेस इत्यादी सब इसी की बदौलत चलते हैं ! छोटे बड़े सभी कारखाने Alternating Currents पर आधारित होते हैं !
AC Full Form – Alternating Current
Alternating Current वैसे तो कई रूपों में आता है, लेकिन वोल्टेज और करंट बारी-बारी से आते हैं। यदि एक AC सर्किट को एक Oscilloscope तक झुका देते है तो इसका वोल्टेज समय पर गिरता है, तो आपको कई अलग तरह की तरंगों देखने को मिलता है ! अधिकांश तारे AC साइन लहर रूप में एक Oscillating Voltage होती है। Alternating Current ज्यादा महंगी नहीं आती है ! यह प्रत्यावर्ती धारा को दूर तक वोल्टेज देने में सहयक है !
What is Alternating Currents Applications ? अल्टेरनेटिंग करंट अनुप्रयोग क्या है ?
इलेक्ट्रिक मोटर में AC उपयोग के लिए अच्छा है क्योंकि मोटर और जनरेटर एक ही जैसे उपकरण होते हैं। जनरेटर और मोटर के बीच में लगभग एक अंतर होता है वह यह कि एक मोटर विधुत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदल देती है। इन मोटरों का प्रयोग लगभग सभी प्रकार के उपकरणों जैसे रेफ्रिजरेटर, वाशिंग मशीन और डिशवॉशर में होता है।
AC (AC Full Form) यानि Alternating Current का Use अधिकतर घरों, कार्यालयों या इमारतों आदि में होता हैं। क्योंकि लंबी दूरी के कारण AC का उत्पादन काफी आसान है। 110kV से अधिक के वोल्टेज पर पॉवर ट्रांसमिशन में कम ऊर्जा जाती है। ज्यादा वोल्टेज पर कम करंट होता हैं और कम करंट प्रतिरोध स्तर कम होने के कारण बिजली की तार में कम ऊष्मा होती है। इसका अर्थ यह है कि गर्मी के रूप में कम ऊर्जा जाती है। ट्रांसफार्मर का प्रयोग करके आसानी से अधिक वोल्टेज से AC करंट को बदला जा सकता है।
Alternating Current से 33000 वोल्ट तक की बिजली आसानी से पैदा कर सकने में सहयक हैं ! इस करंट को उनकी जरुरत के हिसाब से कहा कितनी बिजली की खपत है भेज सकते हैं ! इसे Generate भी आसानी से करा जा सकता है ! इसके करंट को आसानी से कम या ज्यादा भी कर सकते हैं ! Alternating Current के द्वारा मशीनरी या ड्रिल मशीन आदि कई उपकाण भी आसानी से चलाये जा सकते है !
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Why is AC current used? Alternating current (AC Full Form) का उपयोग क्यों किया जाता है?
Alternating current (AC Full Form) जिसे अक्सर एसी के रूप में संक्षिप्त किया जाता है, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और भौतिकी के क्षेत्र में एक मौलिक अवधारणा है। यह एक प्रकार की विद्युत धारा है जिसमें विद्युत आवेश के प्रवाह की दिशा समय-समय पर उलटती रहती है।
Direct current (DC Full Form) के विपरीत जहां विद्युत आवेश लगातार एक दिशा में प्रवाहित होता है, एसी करंट चक्रीय तरीके से दिशा बदलता है। यहाँ प्रत्यावर्ती धारा का पूरा विवरण दिया गया है:-
- Periodic Reversals: एसी की विशेषता इसकी दिशा का आवधिक उत्क्रमण है। यह उलटाव नियमित अंतराल पर होता है, आमतौर पर हर्ट्ज़ (हर्ट्ज) में मापा जाता है, जो प्रति सेकंड चक्रों की संख्या को दर्शाता है। अधिकांश अनुप्रयोगों में, एसी करंट क्षेत्र और विद्युत ग्रिड मानकों के आधार पर 50 हर्ट्ज या 60 हर्ट्ज की आवृत्ति पर दिशा बदलता है।
- Voltage Variation: धारा की दिशा में परिवर्तन के साथ-साथ वोल्टेज में भी उतार-चढ़ाव होता है। वोल्टेज साइनसॉइडल या साइन तरंग पैटर्न में दोलन करता है। तरंग का आयाम वोल्टेज परिमाण का प्रतिनिधित्व करता है, और यह सकारात्मक अधिकतम मान से नकारात्मक अधिकतम मान तक जाता है।
- Efficient energy transmission: लंबी दूरी की ऊर्जा संचरण और वितरण के लिए एसी प्राथमिक पसंद है। एसी का एक मुख्य लाभ यह है कि इसे ट्रांसफार्मर का उपयोग करके आसानी से विभिन्न वोल्टेज स्तरों में परिवर्तित किया जा सकता है, जो बिजली लाइनों पर संचरण के दौरान ऊर्जा हानि को कम करने के लिए महत्वपूर्ण है।
- Generation: जनरेटर या अल्टरनेटर जैसे उपकरणों के माध्यम से बिजली स्टेशनों में एसी उत्पन्न किया जाता है। ये मशीनें बिजली पैदा करने के लिए विभिन्न ऊर्जा स्रोतों, जैसे जीवाश्म ईंधन, जलविद्युत ऊर्जा, परमाणु ऊर्जा, या पवन और सौर जैसे नवीकरणीय स्रोतों का उपयोग करती हैं। उत्पन्न बिजली आमतौर पर एसी के रूप में होती है।
- Domestic and Industrial Uses: घरों और उद्योगों में अधिकांश विद्युत उपकरण और उपकरण एसी बिजली पर चलते हैं। इसमें प्रकाश व्यवस्था, हीटिंग और कूलिंग सिस्टम से लेकर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और औद्योगिक मशीनरी तक सब कुछ शामिल है।
एसी पावर उपकरणों की एक विस्तृत श्रृंखला के साथ संगत है, जो इसे रोजमर्रा के अनुप्रयोगों के लिए मानक बनाती है।
- Voltage Levels: एसी बिजली अपने इच्छित उपयोग के आधार पर विभिन्न वोल्टेज स्तरों में आती है। आवासीय क्षेत्रों में, आपको आमतौर पर 120V (उत्तरी अमेरिका में) या 230V (यूरोप और कई अन्य क्षेत्रों में) के मानक वोल्टेज मिलते हैं। औद्योगिक सेटिंग्स में वोल्टेज का स्तर अधिक हो सकता है।
- Safety: कुछ स्थितियों में डीसी की तुलना में एसी वोल्टेज मनुष्यों के लिए अधिक सुरक्षित हो सकता है। एसी के साथ, यदि कोई ऊर्जावान कंडक्टर के संपर्क में आता है, तो उनके कंडक्टर को छोड़ने की अधिक संभावना होती है क्योंकि एसी की बदलती ध्रुवता मांसपेशियों में संकुचन का कारण बन सकती है जो बिजली के झटके को रोकने में मदद कर सकती है।
- Mathematical Representation: गणितीय रूप से, एसी वोल्टेज और करंट को आयाम, आवृत्ति और चरण के साथ साइनसॉइडल कार्यों के रूप में दर्शाया जाता है। वे समीकरण V(t) = V_m syn(ωt + φ) का पालन करते हैं, जहां V(t) समय t पर वोल्टेज है, V_m शिखर वोल्टेज है, ω कोणीय आवृत्ति है (नियमित आवृत्ति का 2π गुना), और φ चरण कोण का प्रतिनिधित्व करता है।
- Stages: एसी पावर सिस्टम में अक्सर कई चरण शामिल होते हैं, जैसे एकल-चरण और तीन-चरण सिस्टम। इनका उपयोग विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए किया जाता है और इनके विशिष्ट फायदे हैं। भारी मशीनरी और मोटरों को बिजली देने के लिए औद्योगिक सेटिंग्स में आमतौर पर तीन-चरण प्रणालियों का उपयोग किया जाता है।
Conclusion:
Alternating current (AC Full Form) इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और बिजली वितरण का एक मूलभूत पहलू है। दिशा बदलने और कुशलता से रूपांतरित होने की इसकी क्षमता ने इसे दुनिया के अधिकांश हिस्सों में बिजली उत्पादन, वितरण और उपयोग के लिए मानक बना दिया है।
चाहे आप अपने घर में लाइट जला रहे हों या किसी बड़े कारखाने को बिजली दे रहे हों, संभावना यह है कि आपके द्वारा उपयोग की जा रही बिजली का केंद्र एसी है।
वैसे AC के और भी Full Form है, जो निम्न है।
AC – Active Count
AC – Audio Code
AC – Autonomous Control
AC – Amplifier Combination
AC – Automatic Control
AC – Acceptable Content
AC – Always Crap
AC – Air conditioning
AC – Acoustic Coupler
AC – Advisory Circular
AC – Advanced Audio Coding
AC – Authentication Center
AC – Auto Configuration
AC – Aromatic Carbon
AC – Actinium
AC – Alt Cataclius
AC – Absolutist Cutest
AC – Absolutely Charming
AC – Auto Carriers
AC – Anonymous Coward
AC – Automatic Callback
AC – All Clear
AC – Area Code
AC – Armored Cable
AC – Authorization Center
AC – Application Context
AC – Aerodynamic Code
AC – Authenticast Comet
AC – Adriamycin and Cytoxan