आज इस पोस्ट में आपको यहाँ पर LED Full Form in Hindi में LED Full Form और LED Full Form in Computer के बारे में जानकारी प्राप्त होगा।
LED Ka Full Form क्या होता है ?
LED Full Form |
Light Emitting Diodes |
LED का फुल फॉर्म – Light Emitting Diodes होता है। LED को हिंदी में प्रकाश उत्सर्जक डायोड कहते है ! पहले के समय में मनुष्य मोमबत्ती और सूर्य की रोशनी से काम चला लेता था ! लेकिन अब रोशनी के प्रयाप्त साधन हो गया है।
थॉमस एडिसन नामक एक वैज्ञानिक ने सन 1879 में बल्ब का आविष्कार किया था ! जिससे हमें उपयुक्त रौशनी प्राप्त होने लगी ! बल्ब के अंदर एक तार यानि Filament लगा होता है जिससे विधुत धारा प्रवाहित होती है ! इस Filament में करंट होता है जो Filament को गरम करके प्रकाश को उत्सर्जित करता है। उससे उत्सर्जित ऊर्जा को उष्मीय ऊर्जा में बदलकर प्रकाश प्रदान करता है !
LED (LED Full Form in Hindi ) बल्ब में बहने वाली ऊर्जा प्रकाश में सीधे बदल जाती है ! प्रकाश परमाणु द्वारा छोड़े जाने वाली एक ऊर्जा होती है ! प्रकाश में फोटॉन नामक बहुत छोटे कर्ण होते हैं ! इनका द्रव्यमान तो नहीं होता है बल्कि इसका संवेग बहुत होता है ! ब्रमांड में बहुत छोटे -छोटे कण इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन और न्यूट्रॉन होते हैं जिससे मिलकर ब्रह्मांड बनता है ! प्रोटॉन और न्यूट्रॉन में आकर्षण बल इतना अधिक होता है कि वह एक साथ यदि चिपके रहे तो नाभिक बन जाता है ! इलेक्ट्रोस्टैटिक आकर्षण बल के कारण इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर घूमते रहते हैं !
कम ऊर्जा उत्पन्न करने वाले इलेक्ट्रॉन ,उच्च ऊर्जा उत्पन्न करने वाले इलेक्ट्रॉन पर कूदने के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता पड़ती है। इस ऊर्जा की पूर्ति बाहरी स्रोत से की जाती है। नाभिक की परिक्रमा करने वाले इलेक्ट्रॉनों को ऊर्जा बाहरी स्रोत से प्राप्त हो जाती है, तो वह उच्च ऊर्जा स्तर पर आ जाते हैं।
ऊंचे स्तर की ऊर्जा पर इलेक्ट्रॉन लंबे समय तक नहीं रह पाते हैं और कुछ ही समय बाद इलेक्ट्रॉन नीचे ऊर्जा स्तर पैदा करने वालो पर वापस लौट आते हैं। उच्च ऊर्जा स्तर से निम्न ऊर्जा स्तर तक कूदने वाले इलेक्ट्रॉन फोटॉन या प्रकाश के रूप में ऊर्जा छोड़ते हैं। कुछ सामग्रियों में, यह ऊर्जा हानि ज्यादातर गर्मी के रूप में जारी की जाती है। अधिक ऊर्जा खोने वाला इलेक्ट्रॉन अधिक ऊर्जा फोटॉन जारी करता है।
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How does LED work? एलईडी कैसे काम करती है?
Light Emitting Diode केवल Forward बेस कंडिशन में ही काम करता है। जब LED Baised हो जाता है, तो उसका N साइड से फ्री होकर इलेक्ट्रॉन P साइड से छेद को जंक्शन की तरफ धकेल देता है। जब फ्री इलेक्ट्रॉन जंक्शन क्षेत्र में पहुंच जाते हैं तो फ्री इलेक्ट्रॉन धनात्मक आयनों के छेद से पुन: मिल जाते हैं। पॉजिटिव आयनों में प्रोटॉन की इलेक्ट्रॉनों की संख्या बहुत कम होती है। वह इलेक्ट्रॉनों को पैदा करने के लिए सक्षम होते हैं।
What is the use of LED? LED का उपयोग क्या है ?
- LED के उपयोग बिजली की कम खपत करने के लिए किया जाता है।
- LED का उपयोग उपकरणों की काम खपत करने के लिये किया जाता हैं।
- LED एक इलेट्रॉनिक लाइट होती है ! 8 वाट की LED 60 वाट के बल्ब के बराबर हमको रोशनी देती है !
- घर,ऑफिस में लगे कंप्यूटर मॉनिटर में भी LED का इस्तेमाल किया जाता है।
- LED की रोशनी आंखों को कोई नुक्सान नहीं देती है !
- LED Light की लाईफ अच्छी होती है !
How many types of LED Bulb are There? LED बल्ब कितने प्रकार के होते है ?
LED (LED Full Form in Hindi ) मुख्य दो प्रकार के बल्ब होते हैं।
➧ Incandescent Bulb:-
यह विधुत प्रकाश करने का एक स्रोत है जिसमें फिलामेंट एक इलेक्ट्रिक करंट पारित करके गरम किया जाता है। प्रयोग में आने वाला फिलामेंट एक धातु का बना होता है जो गर्म करने पर एक इलेक्ट्रिक करंट के द्वारा प्रवाहित होता है जो प्रकाश की तरह चमकता है जैसा की धातु चमकती है यह एक चमकदार सफेद रोशनी उत्पन्न करता है !
➧ Fluorescent Bulb:-
ये बल्ब बिजली की बचत करने वाले होते हैं जिन्हें fluorescent light bulbs के नाम से जानते है। इसके अंदर पारा की मात्रा बहुत कम होती है जो इलेक्ट्रिक करंट से गुजरने पर भाप बनकर उड़ जाती है। जब गैस को गर्म करते है तो कण एक phosphorus coating को उछाल देता है !बल्ब के आंतरिक भाग पर होता है जो प्रकाश हमें प्रदान करता है।